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Sunday, March 24, 2024

होलिका दहन में जुटे लोग, रंगबाजी का दौर शुरू

 

अबीर-गुलाल का टीका लगा लोगों ने दी शुभकामनाएं डीजे पर होली के गीत बजाकर खूब थिरके होरियारे

बांदा, । होलिका दहन के पर्व पर भी भद्राकाल की छाया को लेकर भ्रम की स्थिति बरकरार रही। ज्योतिषियों के मत के अनुसार भद्राकाल में होलिका दहन करना वर्जित है, ऐसे में भद्राकाल समाप्त होने के बाद ही लोगों ने घरों व चैराहों पर होलिका दहन किया और रंग-गुलाल का दौर शुरू किया। रविवार को देर रात होलिका दहन के बाद लोगों ने एक-दूसरे के माथे पर अबीर का टीका लगाया और गुलाल मलकर होली की शुभकामनाएं दीं। वैसे तो बीते कुछ वर्षों से लगातार ऐसा देखने में आ रहा है कि विशेष त्योहार दीपावली और रक्षाबंधन में भद्राकाल के चलते पर्व दो दिन मनाये जा रहे थे, लेकिन ऐसा कई साल बाद हुआ कि जब होलिका दहन पर भी भद्राकाल का असर दिखाई दिया। ज्योतिषाचार्यों के मतानुसार रविवार को सुबह 9 बजे से रात 10.27 मिनट तक भद्राकाल की छाया रहेगी। ऐसे में भद्राकाल की समाप्ति के बाद ही होलिका दहन को शुभ बताया गया है। रविवार की रात 11.13 बजे से 11.53 तक होलिका दहन का शुभ मुहूर्त बताया गया है। शुभ मुहूर्त के अनुसार लोगों ने होलिका में अग्नि देकर होलिका महारानी की परिक्रमा की और गेहूं की बाली व चने का बिरवा होलिका को अर्पण करने के बाद स्वयं प्रसाद रूप में ग्रहण किया। होलिका दहन होने के साथ ही लोगों ने एक-दूसरे को माथे पर अबीर का तिलक लगाया और गालों पर जमकर गुलाल मला। होलिका दहन के बाद लोगों ने रंग खेलना भी शुरू कर दिया। उधर होरियारों ने त्योहार पर बाजार में आई विशेष टोपियां पहनकर होलिका दहन के बाद डीजे में होली के गीतों पर जमकर डांस किया। देर रात तक होरियारे संगीत पर अपनी धुन में थिरकते रहे। अब सोमवार और मंगलवार को यहां जमकर होली खेली जायेगी। होली के त्योहार पर हुड़दंग में किसी प्रकार की अप्रिय घटना न होने पाये इसको ध्यान में रखते हुए जिलाधिकारी ने भांग और शराब की दुकानें सोमवार को सुबह दस बजे से शाम 5 बजे तक पूरी तरह से बंद रखने का आदेश दिया है।

होलिका दहन के साथ फाग गायन शुरू

बांदा। होलिका दहन के साथ ही ग्रामीण इलाकों में परंपरागत फाग गायन भी शुरू हो गया। लोग ढोलक की थाप के साथ ही मंजीरों की खनक के साथ होलिका दहन स्थल पर ही ईसुरी की चैकड़ियों का आनंद लेते नजर आये। कल बुधवार को फाग गायक कलाकारों के साथ होरियारों की टोलियां ग्रामीण इलाकों और कस्बों में नाचते-गाते भ्रमण करेंगी। घर-घर इन टोलियों का मीठी गुझिया से स्वागत होगा।

आधा दर्जन मोहल्लों में मटकी फोड़ेंगे ‘गोविंदा’

बांदा। शहर के तकरीबन आधा दर्जन मोहल्लों कालूकुआं, खुटला, छोटी बाजार, बन्यौटा, बाबूलाल चैराहा, डीएम कालोनी आदि में ‘गोविंदा आला रे’ गीत पर बुधवार को रंगों के बीच दही की मटकी फोड़ी जायेंगी। होरियारे होलिका दहन के दिन ही इसकी तैयारी में जुट गये हैं। मटकी फोड़ने के लिये एक्सपर्ट होरियारों की टीम भी तैयार की गई है। इन लड़कों की अलग-अलग वेशभूषा का भी प्रबंध किया गया है। कुल मिलाकर समूचा जनपद होली की मस्ती में सराबोर होने को पूरी तरह से तैयार है और रंग-गुलाल के बीच होली का त्योहार मनाने को उत्सुक है।

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