बांदा, । हेस्को संस्थान देहरादून व मंगल भूमि फाउंडेशन के संयुक्त तत्वाधान में ग्राम पंचायत अंधाव गांव में महिलाओं को धूपबत्ती, अगरबत्ती बनाने की ट्रेनिंग (प्रशिक्षण) के साथ ही हर्बल गुलाल और कलर (रंग) बनाने का प्रशिक्षण भी दिया गया। प्रशिक्षण का प्रमुख उद्देश्य गांव की महिलाओं को आर्थिक सशक्तिकरण के साथ ही साथ गांव में खुशहाली के लिए यह ट्रेनिंग प्रोग्राम चलाया जा रहा है। संस्थान की सदस्य दीपा ने कहा कि ग्रामीण विकास तभी संभव है जब गांव की आधी आबादी मातृशक्ति आत्मनिर्भर हो। महिलाओं को आत्मनिर्भर करने के लिए ऐसे ट्रेनिंग प्रोग्राम से महिलाओं को प्रशिक्षित किया जा रहा है, जिससे महिलाएं घर के कार्य के साथ कुछ आमदनी भी कर सकें। मंगल भूमि फाउंडेशन इकाई के अध्यक्ष राजाभइया ने कहा कि बुंदेलखंड में सूखा और अकाल, जलवायु परिवर्तन के चलते व अति ओलावृष्टि की समस्या से किसानों में आर्थिक संकट आ पड़ता है। अगर गांव में छोटे-छोटे लघु उद्योग के माध्यम से गांव की महिलाओं को आत्मनिर्भर कर निश्चित रूप से हम इस समस्या से निजात पा सकते हैं और गांव में संपन्नता के साथ ही साथ खुशहाली लाई जा सकती है। ट्रेनर त्रिलोक से यहां की महिलाओं ने बड़े उत्सुकता के साथ सवाल जवाब करते हुए धूपबत्ती एवं अगरबत्ती हर्बल गुलाल कलर बनाने का गुण सीखा। इस ट्रेनिंग प्रोग्राम में अंधाव की महिलाओं के साथ ही साथ भभुआ, मर्का की महिलाओं ने प्रशिक्षण लिया। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से प्रतिभा, आशा देवी, गोमती देवी, उत्तरा देवी, अंकिता विश्वकर्मा, रामलली, श्रेष्ठि, सोनिया, मुन्नी देवी, अंजली, सुधा आदि लोग रहे।
अगरबत्ती, धूपबत्ती व हर्बल कलर बनाना सिखाया ग्राम पंचायत अधांव गांव में आयोजित किया गया प्रशिक्षण
No comments:
Post a Comment