जिला ब्यूरो चीफ संदीप दीक्षित
तिंदवारी और पैलानी क्षेत्र के तीन-तीन गांवों में खेतों पर भड़की आग मौके पर पहुंचे एसडीएम व अन्य अधिकारी, दमकल ने की पानी की बौछार
बांदा, । गर्मी के इस मौसम में बिजली की शार्ट सर्किट और अन्य कारणों से खेतों में आग भड़क रही है। शनिवार की रात को पैलानी क्षेत्र के तीन गांवों के खेतों में आग भड़क उठी। ढाई किलोमीटर से अधिक के क्षेत्रफल को आग ने अपनी चपेट में ले लिया। खबर पाकर मौके पर पहुंचे एसडीएम ने दमकल को बुलवाया। दमकल कर्मियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। रविवार की दोपहर को तिंदवारी क्षेत्र के तीन गांवों के खेतों में आग भड़क उठी। वहां भी दमकल ने पानी की बौछार करते हुए कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। किसानों का कहना है कि उनके खेतों में पड़ा भूसा जलकर राख हो गया। तिंदवारी क्षेत्र के माटा पैलानी क्षेत्र के मड़ौलीकलां, महबरा ओर सबादा गांव में भी शनिवार की रात अचानक आग भड़क उठी। तेज हवाओं के झोंके की वजह से आग ने तीन किलोमीटर क्षेत्रफल को अपने दायरे में ले लिया। खबर पाकर एसडीएम पैलानी शशिभूषण मिश्र, तहसीलदार पैलानी राधेश्याम सिंह मौके पर पहुंचे। दमकल ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। उप जिलाधिकारी ने कहा कि पराली जलाने की वजह से आग फैल गई। दमकल की दो गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। बताया गया कि आग ने विकराल रूप धारण कर लिया था। खेतों में उठ रही लपटों से लोगों में दहशत फैल रही थी। आग बस्ती के अंदर तक पहुंचने की संभावना दी। दमकल कर्मियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। इधर, तिंदवारी क्षेत्र के माटा, जसईंपुर, कल्याणपुर गांवों में भी आग ने विकराल रूप दिखाया। माटा ग्राम प्रधान बल्देव प्रसाद ने बताया कि रविवार की दोपहर किसान बद्री प्रसाद के ट्यूबवेल में लगा जंफर टूटकर गिर जाने से स्पार्किंग हुई। इस वजह से खेत में पड़े भूसे में आग लग गई। तेज हवाओं के झोंकों की वजह से आग ने तकरीबन दो किलोमीटर क्षेत्रफल में आने वाले माटा, जसईंपुर और कल्याणपुर गांव के क्षेत्र को चपेट में ले लिया। आग बस्ती की ओर बढ़ने लगी, इससे लोग सहम गए। ग्राम प्रधान ने पुलिस और दमकल विभाग को सूचना दी। सब इंसपेक्टर सुरेश सैनी ने बताया कि दमकल कर्मियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया। अग्निकांड में किसान महेश पटेल, राजू अग्निहोत्री, सूरजदीन यादव, रामानंद तिवारी, श्यामलाल तिवारी, नरेंद्र पटैल, मिश्री साहू समेत तमाम किसानों के खेत में पड़ा सैकड़ों क्विंटल भूसा जलकर राख हो गया। किसानों का कहना है कि भड़की आग तेज हवाओं के झोंकों की वजह से और भी विकराल रूप ले रही थी। दमकल कर्मी मौके पर न पहुंचते तो हालात बदतर होते।
अस्पताल कर्मियों को दिया गया प्रशिक्षण
बांदा। बदौसा रोड तुर्रा के पास स्थित फायर स्टेशन के अग्निशमन प्रभारी महेंद्र सिंह की अगुवाई में दमकल कर्मियों ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बिसंडा में अग्निशमन व्यवस्था का निरीक्षण किया। अस्पताल के कर्मचारियों को अग्निशमन यंत्रों के संचालन का प्रशिक्षण दिया गया। प्रभारी अग्निशमन अधिकारी महेंद्र सिंह ने महिला स्वास्थ्य कर्मचारियों समेत अन्य स्वास्थ्यकर्मियों को अस्पताल में मौजूद फायर सिलेंडर चलाने का तरीका समझाया और मॉकड्रिल कराई। उन्होंने आपातकालीन स्थिति में तुरंत अग्निशमन विभाग को सूचना देने, विषम परिस्थितियों में घबराने की बजाय सूझबूझ से कार्य करने की सलाह दी। अस्पताल के निरीक्षण के दौरान पाया गया कि अस्पताल के कुछ हिस्सों में फायर सिलेंडर नहीं लगे हैं, तो एसआई महेंद्र सिंह ने मौके पर मौजूद डॉक्टर को तत्काल फायर सिलेंडर लगवाए जाने को कहा।
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